Wednesday, November 20, 2013

मधुरिमा सी गुनगुनाऊँ ,तुम सुख सपनों में खो जाना 
मैं गाऊँ  गीत कुछ मद भरे   ,तुम चुपके चुपके  सो जाना 
 प्रणय -लाज भरी लोरी सुन मोरी   निंदिया के संग घर  जाना 

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