Friday, April 9, 2010

nirantar

निरंतर.
विवाह से अब तक, हर दिन,हर रात निरंतर...............
मेरा मन न जाने क्या चाहे;
जो चाहे पूरा हो न पाए;
आशाओ का टूट जाना ही;
आँखों के सहारे झर-झर बहता जाए;
........................................शायद
यही है विवाहित जीवन
२००८
.........................Dr,Sweet Angel
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